Dhanateras pooja kee vidhi – धनतेरस पूजा की विधि

Dhanateras pooja kee vidhi - धनतेरस पूजा की विधि

धनतेरस पूजा की विधि – Dhanateras pooja kee vidhi सबसे पहले चौकी पर एक लाल कपड़ा बिछाये और एक जल पात्र से कलश में शुद्ध पानी भरे और उसमें (कलश पर) मौली बांधे फिर फूल द्वारा थोड़ा सा पानी लेकर उसे अपने घर के मंदिर के आसपास की जगह को शुद्ध करें और फिर रंगोली बनाये. रंगोली के बीच में एक बड़ा मिट्टी का दिया कलश के ऊपर रखे .दिये मे तीन बाती रखे. कलश के दाएं और बाएं तरफ छोटे दिये रखे. फिर कलश के ऊपर (यानि की कलश…

Diwali Puja Process At Home – Deepavali Pooja – दिवाली पूजा की सम्पूर्ण विधि

Diwali Puja Process At Home - Deepavali Pooja - दिवाली पूजा की सम्पूर्ण विधि

दिवाली पूजा की सम्पूर्ण विधि – Diwali Puja Process At Home – Pooja   सबसे पहले चौकी पर लाल कपड़ा बिछाये लाल कपडे के बीच में गणेश जी और लक्ष्मी माता की मूर्तियां रखे. लक्ष्मी जी को ध्यान से गणेश जी के दाहिने तरफ ही बिढाये और दोनों मूर्तियों का चेहरा पूरब या पश्चिम दिशा की तरफ रखे. अब दोनों मूर्तियों के आगे थोड़े रुपए इच्छा अनुसार सोने चांदी के आभुश्ण और चांदी के 5 सिक्के भी रख दे. यह चांदी के सिक्के ही कुबेर जी का रूप है. लक्ष्मी जी…

Dussehra Puja At Home – Dussehra Puja Vidhi – Vijaydashmi Pujan Vidhi – दशहरा पूजा विधि शुभ मुहूर्त

Dussehra Puja At Home - Dussehra Puja Vidhi - Vijaydashmi Pujan Vidhi - दशहरा पूजा विधि शुभ मुहूर्त

Dussehra Puja At Home – Dussehra Puja Vidhi – Vijaydashmi Pujan Vidhi – दशहरा पूजा विधि शुभ मुहूर्त दशहरे के दिन हमें पूजा किस प्रकार करनी है आइए जानते हैं. अभिजीत मुहूर्त के – शुभ मुहूर्त के अंदर भगवान श्री राम के चित्रपट को अपने समक्ष रखना है. एक देसी घी का दीपक उनके सामने प्रज्वलित करना है दशहरे के दिन क्षत्रिय लोग अपने शस्त्रों की पूजा करते हैं और यदि व्यापारिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो व्यापार में वृद्धि के लिए हम इस दिन अपने लेजर – बही खातों…

Why celebrating Diwali festival – क्यों मनाते हैं दीपावली का त्यौहार

Why celebrate Diwali

Why celebrating Diwali festival – क्यों मनाते हैं दीपावली का त्यौहार रक्त बीज एक ऐसा असुर था जिसके सिर पर ब्रह्मा जी का हाथ था उसे यह अद्भुत वरदान प्राप्त था कि जब भी उसका रक्त की बूंद जमीन पर गिरेगी उससे एक और रक्तबीज का जन्म होगा इस कारण रक्त बीज युद्ध में जैसे अजय बन गया था . वह शक्तिशाली था और देवियों को हासिल करने की विकृत मानसिकता के साथ स्वर्ग पर राज करना चाहता था उसने देवलोक जाकर देवी देवी-देवताओं पर हमला कर दिया सभी को…

Durga puja vijayadashami festival importance – दुर्गा पूजा विजयदशमी पर्व का महत्व

Durga-puja

Durga puja vijayadashami festival importance – दुर्गा पूजा विजयादशमी पर्व का महत्व विजयदसमी मनाये जाने वाला हिंदुओ का एक प्रमुख त्योहार है. यह त्यौहार अक्टूबर के आसपास आने वाले अश्विन पर चंद्र मास में आता हैं. बुरायी के रूप पर अच्छाई की जीत के मान्यता के रूप में इस त्यौहार को विजयादशमी बुलाया जाता है. बहुत दिन पहले महिषासुर नामक एक राक्षस रहता था. भैस के रूप में पैदा हुआ था इसीलिए उसको महिषासुर का नाम पड.  राक्षस होने के नाते महिषासुर इस ब्रम्हांड के तीनों लोको को जीतने के लिए…

shradh – श्राद्ध

Pitru Paksha

shradh – श्राद्ध श्राद्ध कथा के अनुसार जोगे तथा भोगे दो भाई थे. दोनों अलग-अलग रहते थे जोगे धनवान और भोगा निर्धन था. दोनों में परस्पर बड़ा ही प्रेम था जोगे की पत्नी को धन का अहंकार था किंतु भोगे की पत्नी बड़ी सरल थी अर्थात सामान्य रूप से अपना जीवन व्यतीत पितृपक्ष आने पर जोगे की पत्नी ने उसे पितरों का श्राद्ध करने के लिए कहा तो जोगे इसे व्यर्थ का कार्य समझकर के टालमटोल करने लगा किंतु उसकी पत्नी जानती थी कि यदि ऐसा नहीं करेंगे तो लोग बातें…

Pitru paksh shraddh parv ki katha – पितृ पक्ष श्राद्ध पर्व की कथा

Pitru-paksh-shraddh-parv-ki-katha

Pitru paksh shraddh parv ki katha – पितृ पक्ष श्राद्ध पर्व की कथा Image source – Google Image by  social media श्राद्ध पर्व को लेकर हिंदु धर्म मे एक बहु प्रचलित कथा है इस कथा को सुनने मात्र से जन्म – जन्मांतर के पित्र दोष समाप्त हो जाते हैं और मृत पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है. कथा के अनुसार कर्ण की मृत्यु हो जाने के बाद जब उनकी आत्मा स्वर्ग में पहुंची तो उन्हें भोजन के रूप में बहुत सारा स्वर्ण इंद्र के द्वारा प्रदान किया गया. कर्ण…

Durga mata katha – दुर्गा माता की कथा

Jai-durga-mata

 Durga mata katha नवरात्रि व्रत कथा को सुनने – सुनाने से कोढ़ी को काया, निर्धन को माया निपुत्री को पुत्र की प्राप्ति होती है. Image Source – Google Image by – pinterest एक समय की बात है गुरु बृहस्पति जी ने ब्रह्मा जी ने प्रश्न किया हे ब्रहम देव मै यह जानना चाहता हूं कि आदि शक्ति जगदंबा के नवरात्रि व्रत क्यों किया जाता है इसे करने से किन फलों की प्राप्ति होती है इसे किस तरह करना चाहिए और इस व्रत को पहले किसने किया था कृपा कर विस्तारपूर्वक बताइए…

Navratri puja vidhi at home – घर पर नवरात्रि पूजा कैसे करें

Navratri puja vidhi at home - घर पर नवरात्रि पूजा कैसे करें

नवरात्रि पूजा की विधि – Process to perform Navratri Puja – Navratri puja vidhi at home प्रात:कालीन सुर्योदय से पुर्व उठकर स्नान करे और साफ – सुथरे वस्त्र धारण करे फिर पूजा के स्थान को गंगाजल के छींटे मार कर शुद्ध करे,  फिर पूजा स्थान पर चौकी रखें उस पर लाल कपड़ा बिछाए उस पर अक्षत से नौ कोने बनाए, बीच से  शुरू करते हुए बाहर की तरफ, उसके ऊपर भगवती देवी (मा अम्बे) की प्रतिमा रखे, प्रतिमा के सामने एक जल का कलश रखे देवी पुराण के अनुसार कलश…

Navratri – Maa durga ke nau roop – नवरात्रि – माँ दुर्गा के नौ रूप

Navratri - Maa durga ke nau roop - नवरात्रि - माँ दुर्गा के नौ रूप

नवरात्र – मां दुर्गा के नौ रुप – Maa durga ke nau roop – Navratri नवरात्र यह उत्सव है शक्ति की आराधना का शक्ति की उपासना का 9 दिनों तक चलने वाली इस त्यौहार में मां शक्ति के नौ रूपों की आराधना की जाती है जिन्हें नवदुर्गा कहा जाता है. देवी के नौ रूपों में से पहला रूप है   1) माता शैलपुत्री : अपने पिता दक्ष प्रजापति द्वारा किए गए यज्ञ में अपने पति महादेव का अपमान होने पर देवी सती ने हवन कुंड में आत्मदाह कर लिया अगले जन्म में देवी…