What is cbr cord blood bank and what is its importance – cord blood baink kya hai aur isaka mahatv kya hai | stem cells |
कैंसर, थेलीसियोमा और अल्जाइमर जैसी बीमारियां होते ही लोग अपनी जिंदगी के कई साल घटा देते हैं लेकिन यदि प्रकृति अविनाश करती है तो सृजन भी करती है । अच्छी बात यह है कि इंसान ने इस बात को न सिर्फ जान ही लिया है बल्कि इसके पीछे छिपे चिकित्सा विज्ञान को भी खोज लिया है । इंसान ने पहले जीवन की इकाई कोशिका की पहचान की और उसे ही आधार बनाकर जानलेवा बीमारियों का हल खोज लिया है । हम बात कर रहे हैं स्टेम सेल की, स्टेम सेल्स थेरेपी से , ब्रेन हेमरेज, रीढ़ की हड्डी में चोट, लिवर, किडनी, हार्मोंस डिसॉडर, ब्लड डिसोडर की बीमारियो, डायबिटीज और घुटनों के ट्रांसप्लांट इत्यादि बीमारियों में स्टेम सेल्स लोगों को नया जीवन दे रहे हैं।
जागरूकता की कमी के कारण से स्टेम सेल्स के प्रति भारत जैसे देश में ना ही नियम कायदे हैं न ही कोइ एजुकेशन हैं। अनुमानों के मुताबिक देश में मरीजों की संख्या के हिसाब से 48 लाख ब्लड cord डोनर की जरूरत है । देश में सिर्फ 0.016 प्रतिशत स्टेम सेल बैंक से रजिस्टर्ड डोनर है । भारत में स्टेम सेल प्रिजर्व कराने के लिए 8 से ₹9 लाख blood cord bank लेती है जबकि stem cells की जांच में खर्च ₹50000 है । भारत में ही यदि stem cells match हो जाए तो 8 से ₹900000 तक का खर्च आता है और विदेशों में खर्चा कई लाखो तक जाता है । दूसरी तरफ cord blood bank का कारोबार है जो दिन प्रतिदिन फलता फूलता जा रहा है एक अध्ययन के मुताबिक 2016 में cord blood bank का ग्लोबल मार्केट १५२ करोड डॉलर था जबकि 2025 तक stem cells bank का मार्केट अमेरिकी डॉलर $794 तक पहुंचने की संभावना हैं।
जब हमें चोट लगती है या बीमार पड़ जाते हैं तब हमारे शरीर के सेल खराब हो जाते हैं या मर जाते हैं लेकिन ऐसे हालात में हमारे शरीर के भीतर मौजूद स्टेम सेल्स जागरूक हो जाते हैं और यह खराब सेल की जगह लेकर उन्हें ठीक करते हैं। आधुनिक चिकित्सा के क्षेत्र में stem cells एक क्रांतिकारी पहल है ।
मानव शरीर में सैकड़ों तरह की कोशिकाएं होती हैं जो मनुष्य के स्वास्थ्य के लिऐ लिए बेहद महत्वपूर्ण होती हैं । इनमें हर cells ka अपना काम होता हैं। जैसे हृदय की धड़कन को चलाने के लिए, दिमाग को सोचने के लिए, किडनी को रक्त साफ करने के लिए, और त्वचा के पुराने सैलो को नए में बदलने के लिऐ जिम्मेदार होते हैं।
सभी कोशिकाए बनाने का काम केवल स्टेम सेल्स ही कर सकते हैं दरअसल स्टेम कोशिका ही ऐसी कोशिकाए होती हैं जो विभाजित होने के बाद फिर से पूर्ण रूप धारण करती हैं।
Stem cells से शरीर के किसी भी अंग की कोशिका को सही किया जा सकता है। मुख्य तौर पर stem cells अस्थि मज्जा के अंदर पाई जाती हैं। स्टेम सेल्स मुख्य तौर पर तीन तरह से प्राप्त किया जाता हैं।
१) गर्भस्थ शिशु भ्रूण तत्वों से
२) जन्म के समय बच्चे के गर्भ नाल से जिसे cord stem cells कहते हैं।
३) वयस्क स्टेम सेल्स यानि कि (अस्थि मज्जा) बोन मैरो से लिया जाता हैं।
किसी दुर्घटना या बीमारी के चलते शरीर का कोई अंग खराब हो जाए तो उस स्थिति में स्टेम सेल बैंक में जमा स्टेम सेल्स को लेकर लैब में कोशिकाएं तैयार की जा सकती। और उन्हें खराब हो चुके अंग की जगह प्रत्यारोपित कर ठीक किया जा सकता है। स्टेम सेल्स के जरिए लाइलाज बीमारियों का इलाज किया जा सकता हैं जैसे कि डायबिटीज और दिल की बीमारियां, खून से संबंधित बीमारियां, मानसिक बीमारियां, कॉर्निया, अल्जाइमर और हड्डी से जुड़ी अनेकों बीमारियां शामिल हैं।
Cord blood bank में प्रिजर्व stem cells ko minus १६९ डिग्री सेल्सियस पर स्टोर किया जाता हैं। जिसके लिए bank yearly charged करते हैं।