Does size really matter or myths – Aakaar vaastav mein maayane rakhata hai ya mithak hai

Does size really matter or myths - Aakaar vaastav mein maayane rakhata hai ya mithak hai

Does size really matter or myths – Aakaar vaastav mein maayane rakhata hai ya mithak hai

लोगों में अक्सर ये धारणा रहती हैं कि स्त्रीयों को लंबे लिंग से ज्यादा sexsual satisfaction मिलता हैं.खासकर पुरूष अपने लिंग की लंबाई और मोटाई के लिऐ ज्यादा परेशान या उत्सुक रहते हैं. ये बात सही हैं कि स्त्रीयों को लम्बे और मजबूत मोटे लिंग सेक्स के लिऐ ज्यादा आकर्षित करते हैं . लेकिन जरुरी नहीं कि जिस पुरूष का लिंग जितना अधिक लंबा और मोटा होगा स्त्री उससे सेक्सुअल sertify भी होगी. लंबा और मजबूत, मोटा लिंग कामोंतेजना बढ़ाने में मदद जरूर करता हो लेकिन उसका स्त्री के सेक्सुअल satisfaction से कोई भी रिलेशन नही होता हैं.

परन्त फिर भी पुरूष अपने लिंग के आकार को बढ़ाने के बारे में ज्यादा चिंतित रहता हैं बजाय के stamina.

Does size really matter or myths - Aakaar vaastav mein maayane rakhata hai ya mithak hai

जिस पुरूष की जितनी अधिक लंबाई, चौड़ाई होती हैं उसका लिंग का साइज भी उसी के अनुसार लंबा एवम मोटा हो सकता है. वैसे ही जिस स्त्री की जितनी लंबाई चौड़ाई होती हैं उसके vagina की depth यानि गहराई उतनी अधिक होती हैं. Normaly स्त्री के vagina कि गहराई को दो भागो में बांट सकते हैं.

आगे के भाग की गहराई पांच से सात सेंटीमीटर होती हैं और पिछले भाग की गहराई दस सेंटीमीटर तक होती हैं. लेकीन स्त्री के vagina का आगे के एक तिहाई भाग में ही टच रिसेप्टर होते हैं जिससे स्त्री को सेक्स करने के दौरान सेक्शुअल फिलिंग होती हैं बाकी के भाग में उन्हे सेक्शुअल की कोइ भी फिलिंग नही होती हैं क्योंकि वहां टच रिसेप्टर नही होते हैं. मान लीजिए कि जैसे किसी व्यक्ति को यदि लकवा हो जाता हैं तो शरीर के जिस भाग में लकवा लगा होता हैं वहा कोई भी फिलिंग नहीं होती हैं क्योंकि लकवा वाले भाग में टच रिसेप्टर काम नहीं करते हैं. ठीक वैसे ही स्त्री के vagina में सैक्सुअल फिलिंग के लिऐ टच रिसेप्टर होते हैं जो की स्त्री के आगे के भाग में तीन से maxium पांच सेंटीमीटर तक होते है. इसीलिए स्त्री को तीन से पांच सेंटीमीटर लंबाई के लिंग की जरूरत होती हैं ज्यादा लम्बा लिंग स्त्री को pain करता है क्योंकि लंबा लिंग उसके uterus तक पहुंच जाता हैं और वो वहा घाव कर देता हैं.

जब की पुरूष के लिंग की normaly लंबाई जब वो none ejection की पोजिशन में होता हैं तो साढ़े चार सेंटीमीटर से six सेंटीमीटर तक होता है और eject पोजिशन में सात से दस या बारह सेंटीमीटर होता हैं. पुरूष को लिंग की लम्बाई या मोटाई पर नही बल्की सेक्सुअल stamina पर ध्यान देना चाहिए या वीर्य में पाए जानें वाले शुक्राणु की क्वालिटी एवम प्रोडक्टिविटी पर ध्यान देना चाहिए. पुरूष की सेक्शुअल स्टैमिना बढ़ाने के लिए कुछ सप्लीमेंट लेना चाहिए वो भी सप्ताह में एक या दो बार .

पहला supliment हैं अश्वगंधा

दूसरा हैं गोक्षुरा

और तीसरा हैं शिलाजीत

ये तीनो ही पुरूष सप्ताह में एक या दो बार पानी या दूध के साथ ले सकते हैं चुकी ये सभी सप्लीमेंट आयुर्वेदिक हैं अतः इनसे कोई भी साइड इफेक्ट नही होता है. ये सभी सप्लीमेंट मार्केट में टेबलेट अथवा पाउडर फॉर्म में आसानी से मिल जाते है. पुरूष को अपने टेस्टोरेशन बढ़ाने पर भी ध्यान देना चाहिए.

निष्कर्ष यह निकलता हैं कि पुरूष के लिंग की लम्बाई अथवा मोटाई का सेक्स करने में कोई भी महत्व नहीं होता है. बल्की पुरूष की सेक्शुअल स्टैमिना महत्त्व रखती है. अतः पुरूष के ling का आकार एक myths हैं.

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